Best Motivational Story in Hindi - मोटिवेशन से ... - Short Stories in Hindi
दोस्तों आज की कहानी हमारे बड़ो के ऊपर हैं उनकी सीखो पर हैं ,जो ये बताती हैं की बड़ो का हमारी life मै होना कितना जरुरी हैं |चलिए देखते और समझते हैं इस कहानी को |
आज की स्टोरी थोड़ी छोटी तो जरूर पर शिक्षा जरूर देगी ,और अपने से बड़ो आदर करना सिखाएगी |ये एक असली कहानी हैं |
ये कहानी मुझे मेरे चाचा ने बताई थी, एक दिन मै उनसे कहानी सुनने की जिद करने लगा और उन्होंने मुझे ये कहानी सुनाई जो मै आपको सुनाने जा रहा हूँ |बहुत समय की बात हैं एक गाँव मै रवी नाम का लड़का रहता था |एक दिन उस गाँव के किसी लड़के की शादी थी, लड़के के सारे परिवार वाले खुश थे, लेकिन भाई बो कहते हैं ना चाँद मै भी दाग होता हैं, ऐसा भी कुछ हुवा ,सब अपने आप को मॉडर्न समझते थे और बड़ो की इज्जत कम ही ही करते थे रवी ही था जो अपने से बड़ो की इज़्ज़त करता था |
गाँव के लड़को ने कहा शादी मै कोई बुजुर्ग नहीं जायेगा, सिर्फ हम जायेगे , एक बुजुर्ग ने रवी से कहा मुझे ले चलो और रवी ने वैसा ही किया बो किसी तरह उस बुजुर्ग को ले गया किसी को बिना बताये छुपकर |बारात अब दूर गाँव पहुंची ,सभी को एक कमरे मे आराम करने को भेजा गया , अब कुछ देर बाद लड़की के घर बालो ने शर्त रखी की 100 बकरो का मीट आप खा सकते हो तो,तभी तुम्हारी शादी होंगी नी तो ऐसा ही चले जाना ,अब सभी के चहेरे पर चिंता की लकीरें आ गयी थी ,सभी की डर लग रहा था सभी को कुछ सूज ना रहा था |कुछ देर बाद उनके जाने पर बुजुर्ग ने रवी को धीरे से आवाज लगायी ,और कहा खा लेंगे ,तुम भी एक शर्त रखना ये ,और रवी ने ऐसा ही किया |चलो अब सब ठीक हो गया था शादी के बाद सब घर आप गए थे |
कुछ देर बाद लड़की के घर बाले आये और उन्होंने कहा तुम्हे हमारी सर्त मंजूर हैं किया, रवी ने खा लेंगे, पर हमारी भी सर्त हैं अब सब लोग रवी की और देखने लगे ,और सोचने लगे ये किया कहे रहा हैं ,रवी को मिलाकर सब 150 लोग थे जो शादी मै आये थे|जैसा बुजुर्ग ने समझाया बाईसा ही रवी ने उनसे खा आप को एक एक बकरे का मीट हमेशा खिलाना होगा,अब लड़की के घर बालो को अपनी गलती का अहसास हुवा ,और उनमे से एक को समझ आया की इनके साथ कोई बुजुर्ग जरूर हैं |
घर पहुँच कर सब ने रवी से पूंछा और उसने सब बताया ,अब सभी को गलती का अहसास था |
कहानी का तात्पर्य : -
अक्सर हम सब अपने अपनों से बड़ो की इज़्ज़त करना भूलते जा रहे हैँ , और उनसे गलत ब्यबहार करते हैं ,हम तो उनसे अच्छी बात सिकनी चाहिए |जो हमरे बहुत काम आती हैं और आती रहेंगी |
घर के बड़े हमेशा समझते हैं और हम उन्हें नज़रअंदाज़ करते हैं, बो हमसे बहुत कुछ जानते हैं, उनकी इज़्ज़त करना हमारा काम नहीं फर्ज़ हैं |
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